PM Kisan 17th Installment : किसानों की होई मौज खाते में आये प्रधानमंत्री किसान योजना के 17वी क़िस्त का पैसा यहां चेक करें बेनिफिट लिस्ट में नाम

PM Kisan 17th Installment : केंद्र सरकार हमेशा अपने देश के नागरिकों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम चलाती रहती है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने करीब पांच साल पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि कार्यक्रम की शुरुआत की थी. यह योजना किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि यह किसानों को हर साल 6 लाख रुपये की राशि प्रदान करती है।

PM Kisan 17th Installment
PM Kisan 17th Installment

बता दें कि यह रकम हर चार महीने में 2000 रुपये की किस्तों में दी जाती है। इस योजना के तहत अब तक किसानों को 16 किश्तें मिल चुकी हैं. इसलिए, देश के सभी लाभार्थी किसान अगली यानी 17वीं किश्त के जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसलिए हमने यहां अगले पार्ट की संभावित रिलीज डेट के बारे में जानकारी दी है.

पीएम किसान 17वीं किस्त

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से देश के 9 करोड़ किसानों को फायदा हो रहा है, यानी सरकार हर चार महीने में इन किसानों के खाते में 2,000 रुपये की रकम ट्रांसफर करती है. आखिरी यानी 16वीं किस्त की 2 लाख रुपये की राशि नरेंद्र मोदीजी द्वारा 28 फरवरी को वन क्लिक डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की गई थी।

अब अगला यानी 17वां पार्ट पिछले पार्ट के ठीक 4 महीने बाद रिलीज किया जाएगा। यहां आपको इसकी संभावित तारीख पता चल जाएगी. और यह भी कि किन किसानों को अगले अंशदान की राशि नहीं मिलेगी और इसके लिए क्या करना होगा. इसकी जानकारी भी आज के लेख में प्रस्तुत की गयी. ऐसे में आपको इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ना चाहिए।

अगली किस्त कब आएगी?

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 28 फरवरी को आखिरी यानी 16वीं किश्त के रूप में 2 लाख रुपये जारी किए गए थे। योजना की जानकारी के मुताबिक इस योजना के तहत प्रत्येक राशि हर चार महीने में जारी की जाती है। ऐसे में आखिरी पार्ट को रिलीज हुए अभी सिर्फ 2 महीने ही बीते हैं.

यानी 17वीं किश्त के लिए किसानों को 2 महीने और इंतजार करना होगा. वैसे भी संसदीय चुनाव चल रहे हैं, इसलिए मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 17वीं किश्त की रकम संसदीय चुनाव के बाद यानी जून के अंत या जुलाई के पहले हफ्ते में ही ट्रांसफर की जाएगी. हालाँकि, अगले भाग की सटीक रिलीज़ डेट की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

17 वी क़िस्त ना मिलने के कारण

आपको बता दें कि सरकार ने इस योजना के तहत नए दिशानिर्देश जारी किए हैं क्योंकि समय के साथ ऐसे किसानों के खातों में अनावश्यक रूप से 15 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं जिन्होंने अपनी पूरी जमीन बेच दी है या किसान की मृत्यु हो गई है। इसीलिए सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं कि योजना की राशि केवल पात्र किसानों के खाते में ही जाए।

सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक सबसे पहले किसान को ई-केवाईसी करा लेनी चाहिए. इस ईकेवाईसी प्रक्रिया में किसान की जमीन उसके आधार कार्ड और समग्र आईडी से लिंक हो जाएगी। ई-केवाईसी करने के लिए किसान को नजदीकी ग्राहक सहायता केंद्र से संपर्क करना होगा। या आप समग्र पोर्टल वेबसाइट पर जाकर अपना ई-केवाईसी स्वयं भी कर सकते हैं।

किसानों को मिलेगा जबरदस्त फायदा

इसके अलावा सरकार ने आधार सत्यापन के भी निर्देश दिए हैं जिसके लिए प्रत्येक लाभार्थी किसान को अपनी जमीन से संबंधित क्षेत्र के पटवारी से संपर्क करना होगा। तो पटवारी किसान और उसके आधार कार्ड की फोटो लेगा, इस प्रकार आधार सत्यापन सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा। अगर आपने ये दोनों काम पूरे नहीं किए हैं तो इन्हें तुरंत पूरा कर लें वरना आपकी अगली किस्त जब्त कर ली जाएगी। इसके अलावा, अपने बैंक खाते को अपने आधार नंबर से लिंक करना सुनिश्चित करें।

पीएम किसान 17वीं किस्त कैसे चेक करें?

  • योजना की लाभार्थी स्थिति देखने के लिए किसान को सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • इसके बाद आपको मुख्य पेज पर “नो योर स्टेटस” विकल्प दिखाई देगा उस पर क्लिक करें।
  • क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा जहां आप अपना रजिस्टर्ड नंबर और कैप्चा कोड दर्ज कर सकते हैं।
  • अब प्राप्त ओटीपी को दर्ज करके सिस्टम में लॉग इन करने के बाद आपका लाभार्थी स्टेटस आपके सामने आ जाएगा।
    प्रदर्शित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

यहां हमने केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जानी। आपको बता दें कि यहां योजना के अगले यानी 17वें भाग की संभावित रिलीज डेट के बारे में जानकारी प्रस्तुत की गई, साथ ही किसानों के लिए आवश्यक कार्यों की भी जानकारी दी गई ताकि किसान अगले योगदान से वंचित न रहें।

Leave a Comment